सुबह सवेरे घरों में स्कूल के लिए बच्चों को तैयार करने की जद्दोजहद में मम्मियों की भाग दौड़, अपने नन्हें कन्धों पर school bag लिए स्कूल बस की ओर भागते बच्चे, स्कूलों के corridor में इन्हे सँभालते स्कूल staff, स्कूलों में energy भरी vibration......... ये दृश्य देखे लगता है युग बीत गए।
Covid के 2 वर्षों की तालाबंदी ने हमारे बच्चों की शिक्षा को बहुत हानि पहुचाई है। अब तो सुनने को कुछ ऐसा मिलता है ......
- इसकी स्कूल जाने की उम्र हो गई, पर क्या करें.....
- ये तो स्कूल जाती थी, पर स्कूल खुल जाएँ तो इन्हें दुबारा भेजें ...
- दो साल हो गए, सब भूल गया .....
- ऑनलाइन स्कूल चल तो रहे हैं पर बहुत मुश्किल है इनके लिए .....
- बस अब तो बहुत हो गया, परेशान हो गए हम, स्कूलों का खुलना अब बहुत जरूरी है ........
ये वो वाक्य हैं जो आजकल आम तौर पर आप माता पिता के groups में सुन सकते हैं। आप ध्यान से सुनें, ये केवल साधारण वाक्य नहीं हैं, ये उन सभी अभिभावकों की वास्तविक मानसिक परिस्थिति को दर्शाते हैं, जिनके बच्चे या तो स्कूल जा ही नहीं पाए, या जिनका स्कूल छूट गया।
उन सभी की ये चिंता उचित भी है।
दो साल जो हो गए स्कूलों को बंद हुए। इससे बच्चों के सर्वांगिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। स्कूलों के खुलने और बंद होने की स्थिति पर कोई भी सटीक उत्तर नहीं दे पा रहा है। ऊहापोह की स्थिति बानी हुई है। अभिभावक, स्कूल एवं समस्त शिक्षा जगत परेशान है।
अलबत्ता, स्कूलों ने ऑनलाइन शिक्षा द्वारा बच्चों की शिक्षा में हो रही रुकावट को दूर करने का भरसक प्रयास किया है।
यह भी अकाट्य सत्य है की सभी बच्चों को ऑनलाइन की सुविधा उपलब्ध भी नहीं थी, जिस कारण बहुत सारे बच्चों की पढाई पूर्ण रूप से बाधित हो गई।
वर्तमान में 4 वर्ष तक के बच्चों ने तो स्कूल का मुँह ही नहीं देखा है। इन बच्चों के साथ एक और समस्या है, लगभग 2 साल से इन बच्चों ने अपने हमउम्र बच्चों या किसी भी अन्य व्यक्ति से किसी भी प्रकार का मेलजोल नहीं किया है। इसके चलते माता-पिता को ये भी शंका है की उनके बच्चे स्कूल में सामंजस्य बिठा पाएंगे या नहीं?
इसके अलावा भी एक और विकराल समस्या है जिससे अधिकतर लोग जूझ रहे हैं, और ये है आर्थिक। इन दो सालों की तालाबंदी की वजह से कई लोगों की नौकरिया या तो नहीं रहीं या तनख्वाह कम हो गई। लोग स्कूलों की भारी-भरकम फीस भरने की स्थिति में नहीं हैं।
Parents का एक ऐसा group भी है जो Covid-19 के भय से उबर नहीं पाया है। वे अभी भी स्कूल में बच्चों को भेजने के लिए तैयार नहीं है। वे बच्चों की Vaccines की राह तक रहे हैं।
देखा जाये तो सर्वाधिक नुक्सान Pre Primary और Primary School के बच्चों का हुआ है। हम कह सकते हैं की Pre Primary के बच्चों की तो पढाई शुरू ही नहीं हो पाई है। ये न तो स्कूल जा पाए, न ही ऑनलाइन पढ़ने की स्थिति में हुए।
सभी parents अपनी ओर से निश्चित रूप से अपने बच्चों को पढ़ाने का प्रयत्न कर रहे हैं। परन्तु वे चाह कर भी स्कूल वाला वातावरण नहीं दे पा रहे हैं| क्यूंकि वे शिक्षक नहीं हैं रिजल्ट्स भी उम्मीद से परे ही है। सत्य तो ये ही है की स्कूल की अपनी महत्ता है।
बड़ी ही विचित्र स्थिति है। स्कूल नहीं खुलें तो पढाई का नुक्सान और खुल जाएँ तो भेजने में परेशानी ! परन्तु हमें निराश होने की आवश्यकता नहीं है। स्थिति में सुधार हो रहा है।
दो अच्छी ख़बरें सुनने में आ रही हैं. पहली तो ये, की बच्चों की Vaccine January 2022 से आ रही है और दूसरी स्कूल खुलने को तैयार हैं।
वर्तमान में बच्चो की मानसिक स्थिति और अभिभावकों की आर्थिक परिस्थिति को देखते हुए Mastermind School, Bicholi, ने सराहनीय कदम उठाया है, जो की कुछ इस प्रकार हैं:
1. January से March 2022-3 महीनों के लिए 3 साल से 5 साल तक के बच्चों के लिए Free Schooling की व्यवस्था की है। इस से अभिभावकों को काफी राहत होगी ।
2. बच्चों को इससे विशेष लाभ ये होगा की सर्वप्रथम अनजान चेहरों का उनका भय निकल जायेगा, 3 महीनों में स्कूल में बैठने की आदत भी पड़ जाएगी और वे April में शुरू होने वाले मुख्य session के लिए तैयार भी हो पाएंगे।
ऑनलाइन पढाई के भी कुछ फायदे हैं। भले ही virtual में हमें स्कूल का वो माहौल नहीं मिलता परन्तु इससे समय की बहुत बचत होती है। आवश्यकता पड़ने पर teacher से कभी भी contact किया जा सकता है। सुदूर स्कूलों में experts द्वारा extra classes की जा सकती हैं। पढ़ने का ऑनलाइन तरीका आनेवाले समय में हमारी शिक्षा प्रणाली का एक अभिन्न अंग होगा। अभी ये हमारे लिए नया है, इसलिए थोड़ी दिक्कतें आ रही हैं। हम सभी को normal स्कूलिंग के साथ साथ virtual classes की भी आदत डाल लेनी चाहिए। ऑनलाइन शिक्षा आगामी किसी आपदा की स्थिति में शिक्षा को सुचारू रूप से चलाने में सहायक होगा।
हम उम्मीद करते हैं की सभी स्कूल जल्दी ही खुल जायेंगे और बच्चो की पढाई फिर से बिना किसी अड़चन के दुबारा शुरू हो सकेगी। बच्चों को Covid की vaccine शीघ्र उपलब्ध हो और उन्हें लग जाये।
जो भी अभिभावक Bengali Square, Scheme No. 140, Bicholi Mardana Bypass, के आस पास अपने बच्चों के लिए एक Play School or Primary School की तलाश कर रहे वे Mastermind School में आ के इस Free Schooling Program के बारे में जानकारी ले सकते हैं।
आप हमारी Website https://www.mastermindschool.co.in पर भी संपर्क कर सकते हैं।
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